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Tuesday, October 8, 2013

ये जो बड़े-बड़े एक्टर हैं न....

स्मॉल स्क्रीन से होते सिल्वर स्क्रीन का सफ़र तय कर चुके शिव पंडित कर्म में विश्वास करते हैं। फल की चिंता करने में उनका यकीन नहीं है। वे न तो अपनी कामयाबी से अधिक खुश होते हैं और ना ही नाकामयाबी का दुःख उन्हें सताता है। ईमानदार और मेहनती शिव की इसी खूबी ने अक्षय कुमार का ध्यान उनकी तरफ खींचा। शिव का जज्बा अक्षय को इतना भा गया कि उन्होंने ' बॉस' में शिव को अपने भाई की महत्वपूर्ण भूमिका सौंप दी। साथ ही,अक्षय ने शिव के साथ अपनी फिल्म निर्माण कंपनी के लिए तीन फिल्मों की डील साइन की। उल्लेखनीय है कि 'बॉस' में शिव की भूमिका अक्षय के समानांतर है। अनुराग कश्यप निर्मित 'शैतान' से हिंदी फिल्मों में पदार्पण करने वाले अभिनेता शिव पंडित की बातें उन्हीं के शब्दों में..

मिलेगा दर्शकों का बड़ा दायरा
' बॉस' से जुड़ने की सिंपल वजह थी। मुझे अक्षय कुमार के पैरेलल लीड प्ले करने का मौका मिल रहा था। बिग बजट फिल्म है। कैनवास बड़ा है। कमर्शियल एंटरटेनर है। सभी एक्टर चाहते हैं कि उन्हें अधिक-से-अधिक दर्शक स्क्रीन पर देखें। .. तो मुझे लगता है कि 'बॉस' जैसी फिल्मों से ही एक्टर को अधिक दर्शकों तक पहुँचने का  मौका मिलता है।

तो लाइफ का मजा बना रहता है
मुझे खुद मजा नहीं आएगा अगर मैं एक ही तरह की फिल्में करता रहूंगा। इसलिए मैं चाहूंगा कि पहले जो फिल्म मैंने की उससे अलग जौनर की दूसरी  फिल्म करूं और उसके बाद आने वाली मेरी फिल्म भी अलग जौनर की हो।..तो लाइफ में अलग-अलग चीजें करना बहुत जरूरी है। तभी लाइफ का मजा बना रहता है और किसी भी चीज के प्रति आपका इंटरेस्ट भी बरकरार रहता है।

यकीन नहीं होता
मैं नहीं सोचता कि दर्शक मुझसे क्या उम्मीद करते हैं। इसके बारे में सोचता ही नहीं हूं।जब मैं सेट पर जाता हूं तो यह सोचता हूं कि मैं यहां मजा करने आया हूं। मैं इस बारे में नहीं सोचता हूं कि कौन मुझसे कितनी उम्मीद करता है। सच कहूं तो मुझे अब भी यकीन नहीं होता कि लोगों को 'एफआइआर'(धारावाहिक) में  मेरा काम इतना पसंद आया था। मैं जब एक्टिंग करता हूं तो यह नहीं सोचता कि किसको मुझसे उम्मीद है और किसको नहीं। मैं बस अपना काम मजे से करता हूं। हां.. यह जानकार अच्छा लगता है कि मुझमें वह काबिलियत है कि मैं लोगों को एंटरटेन कर सकता हूं।

फेक नहीं हैं अक्षय
अक्षय बहुत बढ़िया किस्म के इंसान हैं। उनका बहुत सपोर्ट मिला। उन्होंने मुझे कभी ऐसा नहीं फील कराया कि वे इतने बड़े स्टार हैं। पहले वे मेरे दोस्त बनें और दोस्त बनने के बाद वे मेरे करीब आए। उन्होंने मेरे साथ बेहद नार्मल बिहेव किया है। वे मेरे साथ बेहद रियल रहते हैं। अक्षय बेहद कूल हैं। वे फेक किस्म के इंसान नहीं है।

कमाल है उनका एक्शन
एक्शन में अक्षय कमाल हैं। एक्शन सीन में वे अपने इस हुनर का बखूबी इस्तेमाल करते हैं।मुझे लगता है कि एक्शन में उनके टक्कर का कोई नहीं है। वे जिस तकनीक और सरलता से वे एक्शन सीन करते हैं..उससे मैं बेहद प्रभावित हूं। मेरे लिए उनके साथ काम करना रियल ट्रीट की तरह था।

रोमांटिक लीड हूं
'बॉस' में  पैरेलल लीड प्ले कर रहा हूं। मैं ' बॉस' का रोमांटिक लीड हूं।  अक्षय के छोटे भाई का रोल प्ले कर रहा हूं। मेरे कैरेक्टर का नाम शिव है। मेरे कैरेक्टर के साथ अदिति राव हैदरी के कैरेक्टर की रोमांटिक पेयरिंग है। ..और इस पेयरिंग की वजह से काफी कुछ प्रॉब्लम हो जाती है जिसके बाद फिल्म में अक्षय सर की एंट्री होती है। ..और फिर दोनों भाई मिलकर इस प्रॉब्लम को सुलझाते हैं। इसके अलावा एक और जबरदस्त थीम है फिल्म में । वह है एक बाप और उसके दो बेटों के बीच ।

सहज था
ये जो बड़े-बड़े एक्टर होते हैं न ..उनके साथ काम करने के समय शुरुआत में डर लगता है। ऐसा लगता है कि मैं सेट पर जाकर उनके साथ बैठ पाऊंगा या नहीं! ..मगर 'बॉस' की शूटिंग के दौरान मैंने यह जाना कि डरने की बात नहीं है। सभी बेहद काइंड होते हैं। सभी बेहद केयरिंग थे। जिसकी वजह से मैं सेट पर बेहद सहज रहता था।

जो डर गया,सो मर गया
मेरी लाइफ का फंडा बेहद सरल है। जो डर गया,सो मर गया। सिम्पल सी बात है कि मैं इस बारे में सोचता ही नहीं हूँ कि मैं इतनी कड़ी प्रतियोगिता में खुद को कैसे साबित कर पाऊंगा या मेरे लिए अपना नाम बनाना कितना मुश्किल होगा। मैं सिर्फ उस बारे में सोचता हूं जो मेरे साथ हो रहा है। इस समय मेरे साथ यह बहुत अच्छी बात हो रही है कि अक्षय कुमार का हाथ मेरे सर पर है।
-सौम्या अपराजिता

Saturday, September 14, 2013

एक्शन फिल्मों की बारात..

हीरो-विलेन की हिंसक हाथापाई,गाड़ियों का एक- दूसरे से टकराना, हवा में उछलकर एक हीरो का दस लोगों को धकेलना और उनपर लात-घूंसों की बरसात करना.....एक्शन प्रधान फिल्मों के ये संकेत दृश्य आने वाले कुछ महीनों में दर्शकों के लिए बार-बार सिनेमाघरों में उपलब्ध होंगे। दरअसल,सिल्वर स्क्रीन पर एक्शन फिल्मों की बारात सजने वाली है। इस वर्ष की आखिरी तिमाही में एक्शन फिल्मों की धूम मचेगी जब तीन महीने में सात बड़ी एक्शन फिल्में सिनेमाघरों में दस्तक देंगी ।
अक्टूबर में दो ' ब' शब्द से शुरू होने वाली दो बड़ी एक्शन फिल्में 'बेशरम' और ' बॉस' सिनेमाघरों का रुख करेंग।'बेशरम' में पहली बार रणबीर कपूर एक्शन अवतार में दिखेंगे। एक्शन और कॉमेडी के ताने-बाने से बनी 'बेशरम' निर्देशक अभिनव कश्यप की दूसरी फिल्म है। इससे पहले वे दर्शकों को सफल एक्शन फिल्म 'दबंग' का उपहार दे चुके हैं। गौरतलब है कि 'बेशरम' के एक्शन दृश्यों में विश्वसनीय दिखने के लिए रणबीर ने शूटिंग से पूर्व अपने फिटनेस ट्रेनर प्रदीप भाटिया से विशेष प्रकार की टीआरएक्स सस्पेंशन ट्रेनिंग और वेट लिफ्टिंग की ट्रेनिंग ली।इस ट्रेनिंग के कारण ही  'बेशरम' के कई एक्शन दृश्यों में रणबीर स्वयं स्टंट करने में सक्षम हुए। जहाँ रोमांटिक छवि वाले रणबीर 'बेशरम' में पहली बार एक्शन हीरो के भूमिका में नजर आएंगे वहीं ' बॉस' में अक्षय कुमार का चिरपरिचित एक्शन अवतार नजर आयेगा। अक्षय के अनुसार, 'रॉउडी राठौर' के बाद 'बॉस' में मारधाड़ से भरपूर ऐसे कई दृश्य होंगे जो दर्शकों ने पहले कभी नहीं देखे होंगे।' एक्शन और कॉमेडी से लबरेज 'बॉस' की कहानी दिल्ली की पृष्ठभूमि पर आधारित अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले एक जाबांज की कहानी है। एंथनी डी'सूजा निर्देशित 'बॉस' में   मिथुन चक्रवर्ती, अदिति राव हैदरी,शिव पंडित और डैनी डेंजोंगपा भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।

नवम्बर में एक्शन विधा की चार फिल्में हिंदी फिल्म प्रेमियों को लुभाएंगी। ये फिल्में हैं 'कृष 3', 'सिंह साहब द ग्रेट',बुलेट राजा' और रैम्बो राजकुमार'। 'कोई मिल गया' और ' कृष' की ही तरह 'कृष 3' में भी रितिक रोशन अपने सुपरहीरो अवतार में खतरनाक एक्शन करते नजर आएंगे। इस बार एक्शन दृश्यों में उनका साथ देने के लिए विवेक ओबेरॉय और कंगना रनोट भी मौजूद होंगे। रितिक कहते हैं ‘कृष 3 का एक्शन काफी अच्छा और दमदार है। इस फिल्म को बनाने का सफर अपने आप में काफी महत्वपूर्ण रहा है। 'कृष-3' के एक्शन दृश्यों से जुड़ी चुनौतियों के जरिये मैंने काफी कुछ सीखा है।' 'कृष 3' के बाद सनी देओल का एक्शन अंदाज दिखेगा ' सिंह साहब द ग्रेट' में।  निर्देशक अनिल शर्मा बताते हैं,' 'सिंह साहब द ग्रेट' में सनी देओल के जबरदस्त एक्शन दृश्य दर्शकों को देखने को मिलेंगे। फिल्म काफी अच्छी बनी है। इसके एक्शन और स्टंट दृश्य चौकाने  वाले हैं।' गौरतलब है कि अनिल शर्मा के निर्देशन में सनी  देओल ' गदर एक प्रेम कथा' और ' द हीरो लव स्टोरी ऑफ द स्पाइ' जैसी सफल एक्शन फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं।

नवम्बर का आखिरी सप्ताह सिनेमाघरों का एक्शन सप्ताह होगा जब एक ही दिन दो बड़ी एक्शन फिल्में ' रैम्बो राजकुमार' और ' बुलेट राजा' प्रदर्शित होंगी। सोनाक्षी सिन्हा अभिनीत ये दोनों ही फिल्में एक्शन और रोमांच का ताना-बाना पेश करेंगी। तिग्मांशु धुलिया निर्देशित और सैफ अली खान की शीर्ष भूमिका वाली 'बुलेट राजा' का शीर्षक ही इसकी एक्शन प्रवृति का संकेत देता है। निर्माता राहुल मित्रा बताते हैं,' हमारी फिल्म 'बुलेट राजा' उत्तर प्रदेश के आज के हालात को पृष्ठभूमि में रखकर बनाई गई है। यह दो दोस्तों की कहानी है। यह ‘एक्शन’ से भरपूर मजेदार फिल्म है जिसमें उत्तर प्रदेश में ‘गुंडई के उभार’ को दिखाया गया है।' 'बुलेट राजा' के साथ प्रदर्शित हो रही शाहिद कपूर अभिनीत ' रैम्बो राजकुमार' में भी एक्शन का जबरदस्त छौंक लगाया गया है। प्रभुदेवा निर्देशित ' रैम्बो राजकुमार' में शाहिद कपूर पहली बार जबरदस्त एक्शन दृश्यों में दिखेंगे। निर्माता विक्की रजनी के अनुसार,'शाहिद बेहद डेडिकेटेड एक्टर हैं। उन्होंने रैम्बो राजकुमार के एक्शन सीन के लिए कड़ी ट्रेनिंग ली और फिर उसकी शूटिंग की। वे रैम्बो राजकुमार में खतरनाक और जबरदस्त स्टंट करते हुए दिखेंगे। एक सीन में तो वे चालीस लोगों के साथ अकेले भीड़ते हुए दिखेंगे।'

बहुप्रतीक्षित और बहुचर्चित फिल्म 'धूम 3' से इस वर्ष के फ़िल्मी फ्राइडे का  रोमांचक समापन होगा। यशराज फिल्म्स निर्मित ' धूम' संस्करण की इस तीसरी कड़ी में आमिर खान और कट्रीना कैफ का एक्शन अवतार आकर्षण का केंद्र होगा। जब से ' धूम 3 ' के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई है तभी से इसके जबरदस्त एक्शन और स्टंट की खबरें सुर्ख़ियों में जगह पाती रही हैं। चर्चा है कि आमिर ने 'धूम-3' के ज्यादातर स्टंट में बॉडी डबल का सहारा नहीं लेकर खुद ही सारे स्टंट किए हैं। गौरतलब है कि 'धूम 3' में आमिर ऊंची बिल्डिंग और हेलीकॉप्टर से कूदते नजर आएंगे। आमिर के साथ कट्रीना कैफ भी 'धूम 3' के एक्शन दृश्यों में जोर अजमाइश करती हुई नजर आएंगी।' धूम' के पहले संस्करणों की तरह ही अभिषेक बच्चन और उदय चोपड़ा चोर बने आमिर और कट्रीना को पकड़ने के नए-नए फार्मूले ढूंढते हुए दिखेंगे। उम्मीद है कि चोर-पुलिस के खेल के इस 'धूम' अंदाज से एक बार फिर सिल्वर स्क्रीन पर एक्शन और रोमाच का जादूई समां बंधे और भारतीय सिनेमा के इस शताब्दी वर्ष का अंत धमाकेदार,रोमांचक और मनोरंजक  हो।
-सौम्या अपराजिता